एच.ए.एल कर्मचारियों से मिले राहुल केंद्र पर साधा निशाना
राफेल विवाद अब एक चुनावी मुद्दा बन गया है । इस विवाद को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधे हुए है और इस विवाद को और भी ज्यादा बढ़ा रहे है ।
राहुल गांधी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में कर्मचारियों से मुलाकात की और राफेल मुद्दे के बारे में लोगों की राय ली । हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स भारत की एक मात्र ऐसी कंपनी है जो एयरक्राफ्ट से बनी चीजे बनाने का अनुभव है और उसके विश्वसनीयता पर आंख मूंद भरोसा किया जा सकता है । उन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के कर्मचारियों से कहा कि राफेल सौदे पर अगर किसी का हक है तो वह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के कर्मचारियों का है और किसी का नहीं ।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने फ्रांस सरकार से लगभग 58000 करोड रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा किया था । राफेल मुद्दे में सबसे बड़ी वजह यह है जिसके वजह से केंद्र सरकार हमेशा राहुल गांधी और विपक्ष के निशाने पर पर रहती है वह यह है कि राफेल को बनाने वाली कंपनी विमानों के निर्माण के लिए अनिल अंबानी की कंपनी को अपना पार्टनर बनाया है । जिसे लड़ाकू विमानों के बहाने का तनिक भी अनुभव नहीं है । इसके पहले कांग्रेस की सरकार के दौरान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को देसां का पार्टनर चुने जाने की उम्मीद थी । यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते नजर आते हैं कि क्योंकि वो अनिल अंबानी को व्यक्तिगत फायदा पहुंचाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की जगह अनिल अंबानी की कंपनी को पार्टनर बनाने की सिफारिश की थी ।
राहुल गांधी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अंतर्गत वहां के कर्मचारियों से मुलाकात के बाद संबोधन में उनकी जमकर प्रशंसा की और उन्होंने बताया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कोई साधारण कंपनी नहीं है । यह एक विश्व स्तर की कंपनी है । जिसके साथ कार्य करना सौभाग्य की बात है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को राफेल डील के लायक नहीं समझा । हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के कर्मचारियों से कहा कि राफेल पर केवल और केवल हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का ही अधिकार होना चाहिए ।